मंगलवार, 1 मई 2007

हँसती हो तब


Aishwarya28, originally uploaded by Tilak Haria.

तुम हँसती हो तब
दिल की कलियाँ
खिल खिल जाती हैं
रूठ गईं थी
वो सब खुशीयाँ
लौट के आती हैं

तुम हँसती हो तब
जगमग जाते
कोई सौ दिये
पास हो जिसके
ऐसी दौलत
और क्या चाहिये

तुम हँसती हो जब
मन करता है
जान लुटा जाऊ
अपनी सारी
खुशियाँ तुम्हारे
नाम ही लिख आऊ

तुषार जोशी, नागपुर

3 टिप्‍पणियां:

  1. तुम हँसती हो तब
    जगमग जाते
    कोई सौ दिये
    पास हो जिसके
    ऐसी दौलत
    और क्या चाहिये..

    बहुत खूब तुषार जी।

    *** राजीव रंजन प्रसाद

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह! इससे ज्यादा क्या कहूँ?

    जवाब देंहटाएं
  3. bah... kya bat... !!! bahut khub...

    mujhe apni mitra i min aapki hone bali bahu ki yaad aane lagi...


    Rohit Agrawal
    brajrohit@gmail.com

    जवाब देंहटाएं