ईस चिठ्ठे पर लिखी कविताएँ तुषार जोशी, नागपूर ने साथ मेँ लगी तस्वीर को देखकर पहले दस मिनट में लिखीँ है। मगर फिर भी लेखक के संदर्भ, पूर्वानुभव और कल्पनाएँ उनमे उतर ही आती है। छायाचित्र सहयोग के लिये सभी छायाचित्र प्रदानकर्ताओं का दिल से धन्यवाद।
मंगलवार, 1 मई 2007
प्रथम हिन्दी चिठ्ठा
आज अपना पहला हिन्दी चिठ्ठा आरंभ करके प्रसन्नता हो रही है - तुषार
बड़ी सादगी से उकेरे हुये मन के चित्र बने हैं सरल शब्दों में लिपटी हुई रचनाएं; जो कहीं मन के किसी कोने में बसी मधुर स्मृतियों को झंकृत कर देती हैं.
जवाब देंहटाएंतुषार जी, आपका ब्लाग देखा, कविताओं के साथ चित्रों का चयन अद्भुत है।
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