तुम हँसती हो तब
दिल की कलियाँ
खिल खिल जाती हैं
रूठ गईं थी
वो सब खुशीयाँ
लौट के आती हैं
तुम हँसती हो तब
जगमग जाते
कोई सौ दिये
पास हो जिसके
ऐसी दौलत
और क्या चाहिये
तुम हँसती हो जब
मन करता है
जान लुटा जाऊ
अपनी सारी
खुशियाँ तुम्हारे
नाम ही लिख आऊ
तुषार जोशी, नागपुर
तुम हँसती हो तब
जवाब देंहटाएंजगमग जाते
कोई सौ दिये
पास हो जिसके
ऐसी दौलत
और क्या चाहिये..
बहुत खूब तुषार जी।
*** राजीव रंजन प्रसाद
वाह! इससे ज्यादा क्या कहूँ?
जवाब देंहटाएंbah... kya bat... !!! bahut khub...
जवाब देंहटाएंmujhe apni mitra i min aapki hone bali bahu ki yaad aane lagi...
Rohit Agrawal
brajrohit@gmail.com